यह जानते हुए कि एक और हार से फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें पूरी तरह खत्म हो सकती हैं, सनराइजर्स हैदराबाद शुक्रवार रात राजस्थान रॉयल्स के साथ भिड़ने वाली है। टी-20 क्रिकेट हमेशा ही रोमांचक होता है, लेकिन इस तरह के दांव पर लगे मैचों में बड़े खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन देखने को मिल जाते हैं।
राजस्थान रॉयल्स भले ही इस मैच में फेवरेट है, लेकिन मेरा समर्थन सनराइजर्स हैदराबाद के साथ है। खासतौर पर तब जब रॉयल्स के तीन खिलाड़ियों की गिरफ्तारी के बाद उनके चारों ओर गहरे काले बादल छाए हुए हैं। सब कुछ खोने के साथ, मुझे लगता है कि सनराइजर्स का घरेलू पिच पर बढि़या प्रदर्शन करने का रिकॉर्ड काम आएगा और वह प्लेऑफ में आखिरी जगह पर कब्जा करने के लिए जी जान लगा देंगे।
स्पिनर अमित मिश्रा और करन शर्मा का किरदार अहम रहेगा, लेकिन मैच में जबरदस्त अंतर पैदा करने वाले खिलाड़ी डेल स्टेन ही हैं। स्टेन की दायें हाथ के बल्लेबाज को गति के साथ गेंद को स्विंग कराने की क्षमता लाजवाब है। साथ ही अपने लाइन और लेंथ को बरकरार रखते हुए वह बल्लेबाजों का फ्रंट फुट पर खेलना मुश्किल कर देते हैं। उन्होंने न केवल मुझे इस टूर्नामेंट में बल्कि पिछले कुछ सालों में खासा प्रभावित किया है। बल्लेबाजों की अगर बात करें तो शिखर धवन, पार्थिव पटेल, डेरेन सैमी और हनुमा विहारी का भी रोल अहम होगा।
आईपीएल-6 में दूसरी तरफ, इस हफ्ते शीर्ष टीमों को ऊपर नीचे होते देखना काफी रोमांचक है। पहले चेन्नई सुपरकिंग्स, राजस्थान रॉयल्स के नीचे आ गई। बाहर से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि सुपरकिंग्स ऐसा खेल रहे थे जैसे कि जीत उनकी झोली में है। मगर चार विकेट खोकर राजस्थान ने मैच में वापसी की। वहां से ऐसा लगा कि रॉयल्स ने कमर कस ली है, लेकिन फिर अगले ही मैच में वह मुंबई इंडियंस से हार गई। राजस्थान ने शीर्ष दो में बने रहने का मौका गंवा दिया। और वह इस बात से बेहद निराश जरूर होंगे। मेरे हिसाब से एक खराब निर्णय पर पहले ही ओवर में कप्तान राहुल द्रविड़ को खोकर राजस्थान की टीम बदकिस्मत रही। लेकिन यही क्रिकेट है। मैच के बाद जो कुछ भी द्रविड़ ने कहा, साफ जाहिर होता है कि उनमें वह बात है जिसकी वजह से उन्हें विश्व क्रिकेट की शीर्ष टोली में शुमार किया जाता है।
Sabhar (Courtesy - Dainik Jagran etc.)
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