Saturday, 1 June 2013

धौनी ने खोला राज, बताया चैम्पियंस ट्रॉफी में क्या है प्लान

बर्मिंघम। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने कहा कि नए वनडे नियमों और इंग्लैंड में हालातों को देखते हुए भारत को आगामी चैंपियंस ट्रॉफी में पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ खेलने पर मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने स्वीकार किया कि ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा अहम भूमिका निभाएंगे।

धौनी ने यहां टूर्नामेंट से पहले होने वाली प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'उपमहाद्वीप की परिस्थितियों को देखते हुए यहां के हालात काफी अलग हैं। हमें टीम संयोजन पर विचार करना होगा और देखना होगा कि किस तरह गेंदबाजों हम इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन परिस्थितियां और नए नियम हमें पांच गेंदबाजों के साथ खेलने पर बाध्य करेंगे। हमें टीम में जिस तरह का संतुलन चाहिए, रवींद्र जडेजा वह प्रदान करेंगे। वह टीम के लिए बहुत अहम साबित होंगे, जो स्पिन गेंदबाज के रूप में 10 ओवर फेंक सकते हैं और निचले क्रम पर बल्लेबाजी कर सकते हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि जडेजा आक्रामक प्रदर्शन करेंगे। वैसे हमारे पास कुछ अन्य खिलाड़ी भी हैं।'

इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर वनडे सीरीज के दौरान रोहित शर्मा को पारी का आगाज करने के लिए भेजा गया, लेकिन धौनी ने संकेत दिया कि मुरली विजय और शिखर धवन टूर्नामेंट में पारी की शुरुआत करेंगे। कप्तान ने कहा, 'शिखर और विजय का टीम में वापसी करना अच्छा है। इन दोनों ने अच्छी टीमों के खिलाफ टेस्ट मैचों में रन जुटाए हैं। विजय ने आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि शिखर ने भी चोट के बाद वापसी करते हुए ठीक प्रदर्शन किया। दो विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाजों से शुरुआत कराना हमेशा बेहतर होता है। रोहित हमारे लिए 'बैक-अप' विकल्प होंगे, जबकि मैं दिनेश को विशेषज्ञ मध्यक्रम बल्लेबाज मानता हूं।'

जब से नए नियम लागू किये गए हैं, तब से भारतीय टीम पहली बार उपमहाद्वीप के बाहर खेल रही है और धौनी इससे थोड़े चिंतित थे। धौनी ने कहा, 'हमें देखना होगा कि हमें किस तरह की टीम मिली है। कितनी तेजी से खिलाड़ी सांमजस्य बिठाते हैं। हमें अपनी टीम में प्रतिभा को देखते हुए अपनी टीम के संयोजन की योजना बनानी होगी। अभी तक टीम में कोई खिलाड़ी चोटिल नहीं है और पूरी टीम का फिट होना हमेशा ही महत्वपूर्ण होता है ताकि आपको अपनी दोयम दर्जे की अंतिम एकादश उतारने के लिए बाध्य नहीं होना पड़े।'

भारतीय कप्तान ने कहा कि टूर्नामेंट से पहले दो अभ्यास मैच काफी होने चाहिए। यह पूछने पर कि क्या उन्हें कुछ साबित करना है तो उन्होंने जवाब दिया, 'अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट यही है। प्रत्येक टूर्नामेंट में हमें कुछ साबित करना होता है। हम अपने लोगों के गर्व के लिए खेलते हैं।'

Sabhar (Courtesy - Dainik Jagran etc.)

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