लंदन : सेमीफाइनल में जगह बनाने की कवायद में जुटी आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय टीम आईसीसी चैम्पियंस ट्राफी ग्रुप बी के मुकाबले में मंगलवार को वेस्टइंडीज से भिड़ेगी। दोनों टीमें पहला मैच जीत चुकी है और दोनों को पता है कि कल जीतने से टूर्नामेंट के अंतिम चार में जगह लगभग पक्की हो जाएगी।
विश्व चैम्पियन भारत ने कार्डिफ में पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को 26 रन से हराया जबकि वेस्टइंडीज ने कम स्कोर वाले मैच में पाकिस्तान को दो विकेट से शिकस्त दी। कल का मुकाबला ऐसे खिलाड़ियों के बीच है, जिन्हें एक-दूसरे के बारे में अच्छी जानकारी है। हाल में इंडियन प्रीमियर लीग खेल चुके वेस्टइंडीज और भारत के खिलाड़ी एक दूसरे की ताकतों और कमजोरियों से बखूबी वाकिफ हैं।
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कैरेबियाई कप्तान ड्वेन ब्रावो चेन्नई सुपर किंग्स में साथ खेलते हैं जबकि विराट कोहली और क्रिस गेल रायल चैलेंजर्स बेंगलूर के खिलाड़ी हैं। शानदार फार्म में चल रहे वेस्टइंडीज के बल्लेबाज मलरेन सैमुअल्स ने पहले ही यह कहकर खतरे की घंटी बजा दी है कि कैरेबियाई खिलाड़ियों के पास इंग्लैंड के हालात में भारतीय आक्रमण को नेस्तनाबूद करने की ताकत है।
कागजों पर भारतीय टीम का पलड़ा भारी लग रहा है। उसके बल्लेबाज शानदार फार्म में है, जिन्होंने लगातार तीन मैचों में 300 से अधिक रन बनाए हैं। पहले मैच में बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करते हुए मुरली विजय को बाहर किया गया जिनकी जगह रोहित शर्मा ने ली। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रोहित और शिखर धवन ने उम्दा पारियां खेली। दोनों ने 127 रन की प्रारंभिक साझेदारी की। भारत इस विजयी संयोजन को छेड़ना नहीं चाहेगा, जिसमें दिनेश कार्तिक को चौथे और धोनी को सुरेश रैना की जगह पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते देखा गया।
दूसरी ओर अपार प्रतिभाशाली होते हुए भी वेस्टइंडीज टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी है। वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में टेस्ट कप्तान और हरफनमौला डेरेन सैमी को अंतिम एकादश से बाहर रखा। इससे टीम की गहराई और आत्मविश्वास का पता चलता है। लेकिन फिर पाकिस्तान के खिलाफ 170 रन के मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम दो विकेट से बमुश्किल जीत दर्ज कर सकी। गेल, जानसन चार्ल्स, डेरेन ब्रावो और सैमुअल्स की मौजूदगी वाला वेस्टइंडीज का शीषर्क्रम अगर चल निकला तो भारत के लिए मुश्किल खड़ी हो जाएगी। इनके सामने नई गेंद संभालना उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार और ईशांत शर्मा के लिए बड़ी चुनौती होगी। पहले 15 ओवर अभी तक हर मैच में निर्णायक साबित हुए है। चैम्पियंस ट्राफी में भारत के खिलाफ वेस्टइंडीज का रिकार्ड 2-1 का है। उसने पहले 1998 में ढाका में और 2006 में अहमदाबाद में भारत को हराया। भारत ने एकमात्र जीत 2009 में जोहानिसबर्ग में दर्ज की थी।
वेस्टइंडीज के पास तेज गेंदबाजी की कमान संभालने के लिए केमार रोच, रवि रामपाल और टिनो बेस्ट है जबकि स्पिनर सुनील नारायण को खेलना भी आसान नहीं। वेस्टइंडीज के कप्तान ब्रावो ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि यह ऐसी टीम के खिलाफ कठिन मुकाबला होगा जिसकी ताकत उसकी बल्लेबाजी है। लेकिन हमारे पास उनकी बल्लेबाजी पर नकेल कसने वाले गेंदबाज हैं।
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